विज़न, मिशन और कार्यनीति
हमारा विज़न सरकारी संस्थाओं को उनके विकास परिणामों को बेहतर बनाने और बनाए रखने में मदद करके अनुवीक्षण और मूल्यांकन के क्षेत्र में अपनी तकनीकी क्षमता और विश्वसनीयता के लिए विश्व स्तर पर मान्यता प्राप्त संस्था बनाना है। हमारा मिशन सरकारी नीति और कार्यक्रमों के सभी स्तरों पर अनुवीक्षण और मूल्यांकन के अनुप्रयोग और उपयोग को संस्थागत बनाना और दक्षता, प्रभावशीलता, समानता, स्थिरता और परिणामों की उपलब्धि में सुधार करने में मदद करना है।
डीएमईओ की कार्यनीति के आधारभूत सिद्धांतों में निम्नलिखित शामिल हैं:
1. भारत के लिए उच्च गुणवत्ता वाली विश्वसनीय, निष्पक्ष, स्वतंत्र और समावेशी एम एंड ई रूपरेखा तैयार करना।
2. मंत्रालयों, विभागों और राज्यों के साथ आपसी विश्वास के आधार पर भागीदारी और सहयोग करना तथा उन्हें एम एंड ई के लिए सशक्त बनाना।
3. डेटा को लोकतंत्रात्मक बनाना तथा डेटा संग्रह और प्रबंधन में नैतिकता पर जोर देना।
कार्यनीति
डीएमईओ की कार्यनीति 2030 तक प्राप्त किए जाने वाले निम्नलिखित दीर्घावधि उद्देश्यों पर आधारित है। इन उद्देश्यों में 2025 तक प्राप्त किए जाने वाले मध्यावधि के उप-उद्देश्य और 2023 तक प्राप्त किए जाने वाले अल्पावधि उप-उद्देश्य शामिल हैं, जैसा कि नीचे दर्शाया गया है।
डीएमईओ की कार्यनीति का विहंगावलोकन
डीएमईओ परिवर्तन का सिद्धांत
लक्ष्य: सरकारी कार्यक्रमों की प्रभावशीलता, दक्षता, समानता, स्थिरता और प्रभाव में सुधार करना, जिससे राष्ट्रीय विकास लक्ष्यों और एसडीजी की प्राप्ति हो सके।